37 साल की उम्र में हरमन सिद्धू का निधन, सड़क हादसे में छीन गया पंजाबी संगीत का चमकता सितारा

37 साल की उम्र में हरमन सिद्धू का निधन, सड़क हादसे में छीन गया पंजाबी संगीत का चमकता सितारा

शुक्रवार, 22 नवंबर 2025 की रात लगभग 10:30 बजे, हरमन सिद्धू की जिंदगी एक ट्रक के टकराव से अचानक बंद हो गई। पंजाब के मानसा जिले के खियाला कलां गांव से घर लौट रहे थे जब उनकी कार मानसा-पटियाला रोड पर सामने से आ रहे एक भारी ट्रक से भीषण टकरा गई। मौके पर ही उनकी मृत्यु हो गई। 37 साल की उम्र में ये नुकसान सिर्फ एक परिवार के लिए नहीं, पूरे पंजाबी संगीत जगत के लिए एक अपूरणीय खोट बन गया।

पेपर या प्यार से... जो गाना एक पीढ़ी को छू गया

हरमन सिद्धू ने 2019 में गायिका मिस पूजा के साथ गाया गया गीत 'पेपर या प्यार से...' उन्हें रातों-रात सुपरस्टार बना दिया। ये गाना न सिर्फ पंजाब और हरियाणा में, बल्कि दिल्ली, उत्तर प्रदेश और यहां तक कि विदेशों में भी युवाओं के फोन्स पर बार-बार चलता रहा। उनकी आवाज में एक अजीब सी खामोशी थी — जैसे कोई गहरी बात कहने वाला हो, लेकिन शब्दों के बीच खालीपन छोड़ रहा हो। इसी खामोशी ने उन्हें एक अलग पहचान दी।

मिस पूजा के साथ उन्होंने 'लव मैरिज', 'थके वन जट्टन दा', 'पई गया प्यार' और 'खुलियां खिड़कियां' जैसे एल्बम रिकॉर्ड किए, जिनमें से हर गाना नए तरीके से प्यार, जिंदगी और टूटे दिलों को दर्शाता था। उनकी लिरिक्स में कोई जबरदस्त नारे नहीं थे, बल्कि एक आम आदमी की बातें थीं — जो लोग रोज सुबह दो चप्पल लेकर निकलते हैं, और रात को बस एक गाना सुनकर अपना दर्द भूल जाते हैं।

अभी भी बाकी थे दो नए गाने

हरमन की मौत उसी वक्त हुई जब वह अपने करियर के सबसे अच्छे दौर में थे। पिछले चार महीनों से वह एक नए एल्बम पर काम कर रहे थे। दो गानों की म्यूजिक वीडियो शूटिंग पूरी हो चुकी थी — एक ने उनकी आवाज को और गहरा किया, दूसरा उनके बचपन के यादों को छू रहा था। संगीत निर्माताओं के मुताबिक, वह अब बस एक तरह के बैंगलॉर गायक नहीं रह गए थे। उनकी आवाज में एक नया तालाब आ गया था — जिसमें दर्द, उम्मीद और एक गहरी आत्मिकता बह रही थी।

उनके फैंस और समीक्षकों का मानना था कि 2025 के अंत तक वह एक बड़ी वापसी करेंगे। लेकिन अब वो गाने अधूरे रह गए। उनके प्रोड्यूसर ने कहा, "हमने उनकी आवाज को दर्ज कर लिया था, लेकिन उनकी मौजूदगी को कैसे दर्ज करें?"

परिवार के लिए दूसरा बड़ा झटका

हरमन सिद्धू के परिवार के लिए ये दुख एक नहीं, दो बार आया। करीब डेढ़ साल पहले उनके पिता का निधन हो गया था। उस वक्त भी गांव में शोक छाया था। अब बेटे की मौत ने घर को खाली कर दिया। उनकी पत्नी और छह साल की बेटी अब उनकी आवाज के बिना रह गए हैं। गांव के लोग बताते हैं कि हरमन अपने बच्चे के लिए एक छोटा सा स्कूल बनाने की योजना बना रहे थे — जहां बच्चों को गाने की बजाय जीवन के बारे में सिखाया जाए।

2018 का विवाद और अब का सच

2018 का विवाद और अब का सच

हरमन के जीवन में 2018 में एक बड़ा धमाका भी रहा था। उन्हें ड्रग्स के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। पुलिस ने कहा था कि उन्होंने पूछताछ में स्वीकार किया कि कुछ महीनों से नशे का आदी हैं। लेकिन उसके बाद उन्होंने अपना जीवन बदल दिया। उन्होंने अपने गानों में अब नशे की बजाय जिंदगी की आशा की बात की। उनके एक दोस्त ने कहा, "वो जो थे, वो अब नहीं रहे। वो बदल गए। उनकी आवाज ने बदलाव का साक्षी दिया।"

पुलिस की जांच और अंतिम संस्कार

पुलिस ने हादसे के बाद ट्रक के चालक को गिरफ्तार कर लिया है। शुरुआती जांच में पता चला है कि ट्रक ने रास्ते का भारी विक्षेप किया था, और उसके चालक को नींद आ रही थी। लेकिन आधिकारिक रिपोर्ट अभी तक आई है। मानसा सिविल अस्पताल के पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण "ट्रैफिक एक्सीडेंट के कारण गंभीर ट्रॉमा" बताया गया है।

हरमन के अंतिम संस्कार का आयोजन शनिवार को खियाला कलां के गांव के आसपास किया गया। हजारों लोग आए — कुछ रो रहे थे, कुछ गाने गा रहे थे, कुछ बस उनकी तस्वीर देख रहे थे। एक बुजुर्ग ने कहा, "हमारे बच्चे उनके गाने सुनकर बड़े हुए। अब वो नहीं रहे, लेकिन उनकी आवाज हमेशा रहेगी।"

संगीत जगत की श्रद्धांजलि

संगीत जगत की श्रद्धांजलि

सोशल मीडिया पर अभी भी लाखों पोस्ट आ रही हैं — फैंस उनके गाने शेयर कर रहे हैं, कलाकार उनके नाम के साथ दुख व्यक्त कर रहे हैं। मिस पूजा ने एक इंस्टाग्राम स्टोरी पर लिखा: "तुमने मुझे सिखाया कि गाना सिर्फ आवाज नहीं, दिल की धड़कन होती है। अब तुम नहीं हो, लेकिन तुम्हारी धड़कन अभी भी बज रही है।"

पंजाबी संगीत के एक बड़े निर्माता ने कहा, "हरमन ने सिर्फ गाने नहीं गाए, उन्होंने एक पीढ़ी के दर्द को आवाज दी। अब वो दर्द अकेला रह गया है।"

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

हरमन सिद्धू के निधन के बाद उनके अधूरे गाने क्या होंगे?

उनके दो अधूरे गाने 2025 के अंत तक रिलीज होने वाले थे। अब उनके प्रोड्यूसर और परिवार इन्हें अंतिम संस्कार के रूप में जारी करने की योजना बना रहे हैं। एक गाना उनकी बेटी के नाम पर होगा, और दूसरा उनके पिता के याद में। ये गाने उनकी आवाज के साथ उनकी असली आत्मा को जीवित रखेंगे।

हरमन सिद्धू की मौत के बाद सड़क सुरक्षा पर क्या प्रतिक्रिया हुई?

मानसा और पटियाला के नागरिक समूहों ने तुरंत एक आंदोलन शुरू किया है — जिसमें मानसा-पटियाला रोड पर तेज गति के लिए स्पीड ब्रेकर लगाने और रात के समय भारी वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने की मांग की जा रही है। एक युवा गायक ने कहा, "हरमन की मौत एक ट्रक की नहीं, हमारी लापरवाही की शिकार हुई।"

हरमन सिद्धू ने किन अन्य कलाकारों के साथ काम किया?

हरमन सिद्धू मुख्य रूप से मिस पूजा के साथ काम करते थे, लेकिन उन्होंने सिद्धू जोगी, गुरप्रीत गुरप्रीत और जसमन गिल के साथ भी कुछ ट्रैक्स रिकॉर्ड किए थे। उनका अंदाज अक्सर नए कलाकारों के लिए मॉडल बन जाता था — खासकर जब वे भावनाओं को बिना जबरदस्त बीट्स के दर्शाते थे।

उनकी बेटी के लिए क्या योजना है?

उनकी पत्नी ने घोषणा की है कि वे खियाला कलां में एक छोटा सा संगीत केंद्र खोलेंगी, जहां बच्चों को मुफ्त में संगीत की शिक्षा दी जाएगी। इसे 'हरमन सिद्धू फाउंडेशन' के नाम से रखा जाएगा। उनकी बेटी को इसकी पहली छात्रा बनाया जाएगा — ताकि वह अपने पिता की आवाज को अपने जीवन में जीती रहे।