हर किसी को यह नहीं पता कि छोटे‑छोटे बदलाव से स्वास्थ्य पर बड़ा असर पड़ता है। अगर आप भी अपने या अपने परिवार के लोगों के लिए बेहतर जीवन चाहते हैं, तो नीचे दिए गए 5 टिप्स को आज़माएँ। कोई जटिल डाइट प्लान नहीं, बस ऐसी चीज़ें जो रोज़ाना आसानी से की जा सकें।
बहुतेरे लोग सोचा करते हैं कि फिट रहने के लिए सिर्फ जिम जाना जरूरी है, पर अक्सर खाने का चुनाव ही बड़ा फ़र्क डालता है। दिन में तीन बड़े भोजन से बेहतर है कि आप छोटे‑छोटे 5‑6 मील में खाएँ। फाइबर‑रिच फल, सब्ज़ी और दाल‑बीन को बेस बनाइए। प्रोटीन को रोज़ाना किसी न किसी रूप में शामिल करें – अंडा, दही, पनीर या दाल। अगर आपको मीठा पसंद है, तो शक्कर की जगह सूखे मेवे या शहद आज़माएँ; यह धीरे‑धीरे ऊर्जा देता है और टैंशन को भी कम करता है।
जिम नहीं जा सकते? कोई बात नहीं। घर में या ऑफिस में छोटे‑छोटे एक्सरसाइज़ काफी असरदार होते हैं। सुबह उठते ही 5‑10 मिनट की स्ट्रेचिंग, दोपहर के खाने के बाद 10‑minute brisk walk, या टीवी देखते समय पैर‑उपर उठाना – ये सब कैलोरी को बर्न करने में मदद करते हैं। अगर आप कंप्यूटर के सामने बैठते हैं, तो हर 30 मिनट में एक छोटी स्ट्रेच या 2‑3 मिनट का हल्का जंपिंग जॅक करें। यह न केवल शारीरिक स्वास्थ्य बल्कि मस्तिष्क को भी ताज़ा करता है।
एक और आसान कदम है ‘स्टैंडिंग डेस्क’ अपनाना या काम के बीच में खड़े हो कर फोन कॉल लेना। इससे पोस्टुरा सुधरता है और पीठ दर्द कम होता है। याद रखें: लगातार बैठने से रक्तसंचार धीमा पड़ता है, जबकि थोड़ा‑बहुत चलना रक्त को साफ रखता है।
21‑22 घंटे की नींद का समुचित नहीं होना, दिल‑दिमाग दोनों पर बुरा असर डालता है। हर रात 7‑8 घंटे की क्वालिटी स्लीप रखें। सोने से पहले मोबाइल, लैपटॉप जैसे स्क्रीन से दूर रहें; नीली रोशनी मेलाटोनिन को दबा देती है। एक कप गर्म दूध या हल्का हर्बल चाय पीने से शरीर रिलैक्स करता है। अगर आप रात में सो नहीं पाते हैं, तो गहरी साँस लेने की प्रैक्टिस (4‑7‑8 तकनीक) मदद करती है।
आजकल का तेज़ रफ़्तार जीवन तनाव बढ़ा रहा है। तनाव को कम करने के लिए हर दिन 5‑10 मिनट का मेडिटेशन या ध्यान बहुत फायदेमंद है। बस बैठें, आँखें बंद करें, गहरी साँस लें और विचारों को बिना जजमेंट के गुजरते दें। आप चाहें तो ‘ध्यान संगीत’ सुन सकते हैं, क्योंकि हमारी साइट पर कई रिलैक्सिंग ट्रैक उपलब्ध हैं। छोटे‑छोटे ब्रेक में हल्का स्ट्रेच या अपने पसंदीदा गाने पर हल्का नाच भी तनाव को घटाता है।
अक्सर लोग पानी पीने को भूल जाते हैं और थकावट से ‘डिहाइड्रेशन’ का सामना करते हैं। हर दिन कम से कम 2‑2.5 लीटर पानी पीना चाहिए। अगर आप काम में व्यस्त हैं तो डेस्क पर एक बोतल रखें और हर घंटे एक गिलास खाली करें। पानी पचने में मदद करता है, त्वचा को साफ रखता है और शरीर के सारे टॉक्सिन्स को बाहर निकालता है।
इन पाँच साधारण लेकिन असरदार टिप्स को अपनी रोज़मर्रा की जीवनशैली में जोड़ें। बदलाव तुरंत नहीं दिखेगा, पर एक महीने के बाद आप सभी को फर्क महसूस होगा – ऊर्जा बढ़ेगी, वजन नियंत्रण में रहेगा, और मन भी हल्का रहेगा। आपके ‘लोगों’ के स्वास्थ्य के लिए ये छोटे कदम बड़ी जीत बनेंगे। अभी से शुरू करें, बेस्ट लाइफ़स्टाइल की ओर एक कदम और करीब!