-
नकारात्मक भावों का शरीर के विभिन्न अंगों पर दुष्प्रभाव
-
आवेगों को नियन्त्रित करने का सरल उपाय
-
बिना दवा दांतों के दर्द का उपचार
-
नमस्कार मुद्रा द्वारा उपचार
-
गणेश क्रिया
-
नाभि का संतुलन
-
एक जैसे लक्षणों का संबंध शरीर के अलग-अलग अंगों से हो सकता है
-
स्वायसों व्यायाम द्वारा उपचार
-
मूक हंसी द्वारा उपचार
-
मैथी स्पर्श द्वारा उपचार
-
शिवाम्बु (स्वमूत्र) से रोगोपचार
-
रिफ्लेक्सोलोजी एक्युप्रेशर द्वारा उपचार
-
सुजोक एक्युप्रेशर द्वारा उपचार
-
साधारण स्थिति में ऊर्जाओं के संतुलन द्वारा प्रभावशाली रोगोपचार
-
सक्रामक एवं तीव्र रोगों में 6 चुम्बक पद्धति द्वारा रोगोपचार करने की विधि
-
ऊर्जा संतुलन द्वारा स्वभाव में परिवर्तन (प्रथम)
-
ऊर्जा संतुलन द्वारा स्वभाव में परिवर्तन (द्वितीय)
-
ऊर्जा संतुलन द्वारा स्वभाव में परिवर्तन (तृतीय)
-
मेरुदण्ड की क्षमता के परीक्षण की विधि
-
मेरुदण्ड के व्यायाम
-
पैरों को बराबर करने की विधि
-
गर्दन का संतुलन
-
मेरुदण्ड का संतुलन
-
खिंचाव द्वारा उपचार
-
प्रभावशाली आसन (प्रथम)
-
प्रभावशाली आसन (द्वितीय)
-
चन्द प्रभावशाली प्राणायाम
-
त्रिबंध द्वारा रोगोंपचार
-
पंच ऊजाओं द्वारा मानसिक समस्याओं का समाधान
-
सभी हृदय रोगियों को शल्य चिकित्सा की आवश्यकता नहीं होती।
-
बिना दवा मधुमेह (डयबिटिज) का प्रभावशाली उपचार संभव है
-
स्वास्थ्य का मूलाधार अन्तःश्रावी ग्रन्थियां (प्रथम)
-
स्वास्थ्य का मूलाधार अन्तःश्रावी ग्रन्थियां (द्वितीय)
-
स्वास्थ्य का मूलाधार अन्तःश्रावी ग्रन्थियां (तृतीय)
-
स्वास्थ्य का मूलाधार अन्तःश्रावी ग्रन्थियां (चतुर्थ)
-
चुम्बक द्वारा रोगोपचार